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न्यूज ये है कि : हरियाणा में रोडवेज कंडक्टरों को लगता हैं 52 नम्बर सीट से डर

न्यूज की न्यूज : हरियाणा में रोडवेज के कंडक्टरों को 52 नम्बर पर सीट पर बैठने से शायद डर लगता है. ऐसा हम नहीं नहीं कह रहे, बल्कि ऐसा उनकी हरकतों से लग रहा है. जानिए क्यों?


हरियाणा रोडवेज की बसों में कंडक्टरों की सीट बदलने के आदेश जारी किए गए हैं। विभाग की तरफ से ये ऐलान किया गया है। परिवहन विभाग ने रोडवेज ड्राइवर के बगल वाली एक नंबर सीट पर कंडक्टर के बैठने पर मनाही कर दी है, इस सीट पर रोडवेज विभाग का स्टाफ बैठ सकता है, लेकिन कंडक्टर की सीट 52 नंबर होगी।

  • हरियाणा में रोडवेज बसों के कंडक्टरों की सीट बदलने के आदेश  तो एक बार फिर से जारी कर दिए गए हैं. लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब इस तरह के आदेश जारी किए गए हों. ऐसा पहले भी कई बार हो चूका है.

  • लेकिन रोडवेज के कंडक्टर हैं कि किसी की मानते ही नहीं. कई बार कहा गया है कि वो सबसे पीछे वाली 52 नम्बर सीट पर बैठे. लेकिन वो तो हमेशा द्रिवे के बगल वाली 1 नम्बर सीट पर ही बैठते हैं.

  • कई बार तो पुराने मंत्री तक खुद मीडिया के सामने आकर ब्यान दे चुके हैं कि कोई कंडक्टर1 नम्बर सीट पर नहीं बैठेगा और बैठे मिला तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.

  • लेकिन हमारे कंडक्टरों को या तो 52 नम्बर सीट से डर लगता है या फिर 1 नम्बर सीट से उन्हें प्यार हो गया है, इसलिए वो हमेशा 1 नम्बर सीट पर ही बैठते हैं.

अब विशेष परिस्थितियों में कंडक्टर को आगे की एक नंबर सीट पर बैठने की अनुमति मिल सकती है, हालांकि यह सीट स्टाफ के लिए ही रिजर्व रहेगी। लेकिन भीड़-भाड़ वाले इलाके में, कोहरे तथा अंधेरे जैसी विशेष परिस्थितियों में यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर परिचालक को अस्थायी तौर पर एक नंबर सीट पर बैठने की अनुमति दी जा सकती है।

6 जून को विभिन्न कर्मचारी यूनियनों तथा परिवहन मंत्री के बीच बैठक हुई थी, जिसमें चालक-परिचालकों समेत दूसरे रोडवेज कर्मियों की मांगों को रखा गया था। उसी बैठक में सीट नंबर को लेकर भी चर्चा हुई थी, जिस पर परिवहन मंत्री ने उनकी मांगों को मानने का आश्वासन दिया था। शुक्रवार को परिवहन विभाग के निदेशालय ने सभी डिपो महाप्रबंधकों को आदेश जारी कर एक नंबर सीट स्टाफ के लिए और 52 नंबर सीट परिचालक के लिए निर्धारित करने को कहा है।

अब आदेश तो जारी कर दिए गए हैं लेकिन देखना होगा कि हमारे कंडक्टरों पर इसका कोई असर होगा भी या नहीं.