सरकार से धान लेकर चावल नहीं लौटाने के मामले में अब विभाग सख्त हो गया है। एफसीआई को सप्लाई पहुंचाने का हैफेड से करार कर छछरौली के फतेहगढ़ की श्रीराम एग्रो फूड्स मिल द्वारा 8.13 करोड़ के चावल में हेराफेरी करने का मामला सामने आया है। तय समय 15 जुलाई तक मिल से एफसीआई को 28468.38 क्विंटल में सिर्फ 5796.68 क्विंटल चावल की ही आपूर्ति की गई। 22671.70 क्विंटल चावल नहीं दिया।

हैफेड के खरीदे चावल की बड़ी मात्रा में गबन के संदेह में कमेटी गठित कर मिल में फिजिकल वेरीफिकेशन की, जिसमें मिल में 30217.81 क्विंटल जीरी कम पाई गई। इस पर हैफेड के डीएम अनिल अहलावत ने बहादुरगढ़, जिला पटियाला निवासी मिल मालिक दिनेश कुमार पर गबन व धोखाधड़ी के आरोप में छछरौली थाने में केस दर्ज कराया है।
पानीपत में भी धान के बदले 1475 मीट्रिक टन चावल नहीं लौटाने पर श्री वर्धमान राइसमिल के मालिक रामभज जैन कानून के शिकंजे में फंस गए। हैफेड के डिस्ट्रिक मैनेजर किरपाल ने उनके खिलाफ मॉडल टाउन थाना में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है। 29 सितंबर 2019 को हैफेड के साथ श्री वर्धमान राइस मिल के मालिक का एग्रीमेंट हुआ था कि धान के बदले 67 प्रतिशत चावल देना होगा। तब 15 अक्टूबर 2019 को डिस्ट्रिक मिलिंग कमेटी के चेयरमैन कम डीसी ने श्री वर्धमान राइसमिल को 5700 मीट्रिक टन धान अलॉट किया। तक राइसमिल ने विभिन्न मंडियों से 5066 मीट्रिक टन धान उठाया। इसके बदले 20 अप्रैल 2020 तक 3394 मीट्रिक टन चावल देना था। लेकिन राइस मिल ने ऐसा नहीं किया।