पीपीई किट पहने खड़ी यह महिला डाक्टर नहीं है बल्कि ये तो…

इस फोटो में आप जिस महिला को पीपीई किट पहने देख रहे हैं वो कोई डाक्टर या स्वास्थ्य कर्मी नहीं है, बल्कि ये तो हॉकी टीम की कप्तान हरियाणा की रहने वाली रानीरामपाल हैं। इनके पीपीई किट पहनने का भी विशेष कारण है।

दरअसल, नेशनल स्पोर्ट्स-डे के मौके पर शनिवार को खिलाड़ियों और कोच को अवॉर्ड दिए गए। कोरोना के चलते पहली बार अवॉर्ड सेरेमनी राष्ट्रपति भवन में न होकर वर्चुअल तरीके से हुई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अलग-अलग 7 कैटेगरी में 74 खिलाड़ियों और कोच को पुरस्कार दिया। खेल रत्न के लिए चुनीं गईं महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल पीपीई किट पहनकर स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बेंगलुरु सेंटर में अवॉर्ड लेने पहुंचीं।

ऐसा पहली बार हुआ है कि एक साथ पांच खिलाड़ियों को खेल रत्न दिया गया। इसमें से दो खिलाड़ी रोहित शर्मा और रेसलर विनेश फोगाट सेरेमनी में शामिल नहीं हुए। विनेश की एक दिन पहले ही कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जबकि रोहित आईपीएल के लिए यूएई में हैं। इसके अलावा टेबल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा, 2016 के पैरालिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट मरिप्पन थंगावेलु साई सेंटर से अवॉर्ड सेरेमनी में जुड़े।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आप सबने यह सिद्ध किया है कि इच्छा, लगन और मेहनत के बल पर सभी बाधाओं को दूर किया जा सकता है। यही खेल-कूद की सबसे बड़ी विशेषता है, यही अच्छे खिलाड़ी का आदर्श है। खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि खिलाडी हमारी राष्ट्रीय संपत्ति है, मैं सभी नागरिको से ये अनुरोध करता हूं कि सभी खिलाडियों का प्रोत्साहन करें। मैं सभी खिलाडियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। 79 साल के एथलेटिक्स कोच पुरुषोत्तम राय को भी लाइफटाइम कैटेगरी में द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिला। उनकी एक दिन पहले ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। उन्होंने शुक्रवार शाम को नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड की ड्रेस रिहर्सल में हिस्सा लिया था। इसके बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।