सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यूजी-पीजी की फाइनल ईयर की परीक्षा को लेकर सभी विश्वविद्यालयों तैयारी शुरू कर दी है। विश्वविद्यालयों की ओर से तय किया गया है कि फाइनल ईयर की परीक्षा के लिए बाहर से आने वाले स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की भी व्यवस्था की है। जो स्टूडेंट्स दूर स्थानों से परीक्षा देने के लिए आएंगे, उन्हें एक दिन या अधिक दिनों के लिए हाॅस्टल में रहने की व्यवस्था की जाएगी।

इसके लिए एक स्टूडेंट एक कमरा नियम की पालना करनी होगी, ताकि परीक्षा के दौरान बाहर से आने वाले स्टूडेंट्स को किसी तरह के संक्रमण का खतरा न हो सके। कोरोना काल की एहतियात को ध्यान में रखते हुए इस तरह का कदम उठाया गया है। यह फैसला मंगलवार को कोरोना काल में पहली बार हरियाणा राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद ने कुलपतियों के साथ ऑनलाइन बैठक कर तैयारियां की समीक्षा करते हुए लिया। बैठक की अध्यक्षता परिषद के चेयरमैन प्रो. बीके कुठियाला ने की। प्रदेश के विश्वविद्यालयों में यूजी-पीजी की फाइनल परीक्षा एक ही तरह की हो, इसके लिए भी योजना बनाई गई है। परीक्षा केन्द्रों में भी कम से कम दो गज की दूरी दो परीक्षार्थियों में रखनी होगी, इसके लिए या तो बेंच को हटाकर व्यवस्था बनाई जाए या फिर एक बेंच को खाली छोड़कर भी व्यवस्था की जा सकती है। इसी तरह से डेट शीट इस प्रकार से बनाई जाएगी कि एक समय में कम से कम विद्यार्थी ही परिसर में परीक्षा देने के लिए पहुंचे। काॅलेज के विद्यार्थी कॅालेज में ही परीक्षा देंगे। लगभग सभी विश्वविद्यालयों के परिसर में चल रहे पाठयक्रमों की परीक्षा का दायित्व संबंधित डीन और विभागाध्यक्ष को दिया गया है। काॅलेजों में परीक्षा के लिए प्राचार्य को जिम्मेदारी दी गई है।
पैटर्न पर विरोध : वहीं दूसरी ओर अभी तक फाइनल की परीक्षा के लिए अलग-अलग विश्वविद्यालयों की ओर से अपनाए जा रहे अलग पैटर्न को लेकर भी शिक्षकों ने आपत्ति जताई है। डॉ. मलिक ने कहा कि अभी यूजी ऑनर्स के लिए विवरणात्मक प्रश्न और यूजी सामान्य कोर्स की परीक्षा के लिए बहु विकल्पीय प्रश्नों की व्यवस्था की गई है, जोकि ठीक नहीं है। इसे बदला जाना चाहिए। इससे स्टूडेंट्स की प्रदेश में एक ही कोर्स के लिए मेरिट पर असर पड़ेगा। बहु विकल्पीय प्रश्नों से एक स्टूडेंट ज्यादा अंक ले सकता है, लेकिन विवरणात्मक में नहीं। वहीं टीचर्स ने आश्वस्त किया कि एजुकेशन का स्टैंडर्ड मेनटेन करना जरूरी है। वहीं कॉपी की चेकिंग एक कॉलेज की दूसरे में करवाई जाए, ताकि निष्पक्षता बनी रहे।
परीक्षा में 3 तरह के होंगे प्रश्न : इसी के साथ तय किया गया कि अब परीक्षा में तीन तरह के प्रश्नों को शामिल किया जाएगा। पहला बहु विकल्पीय, दूसरा संक्षिप्त और तीसरा विवरणात्मक प्रश्नों को परीक्षा में दिया जाएगा, ताकि स्टूडेंट्स ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही मोड में परीक्षा में अपना बेहतर प्रदर्शन कर सके। ऑनलाइन परीक्षा में उत्तरपुस्तिका के लिए अपलोडिंग व डाउनलोडिंग के जरिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय भी दिया जाएगा। इसी के साथ तय किया गया है कि जो भी स्टूडेंट्स फिलहाल परीक्षा नहीं दे सकेंगे, उन्हें परीक्षा का एक मौका और दिया जाएगा। इन फाइनल की परीक्षाओं को सितंबर में ही पूरा करवा दिया जाएगा।
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