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पानीपत के मनाना गांव के तीन युवकों को सुबह घर से क्यों उठा ले गई फरीदाबाद पुलिस?

पानीपत जिले समालखा के अंदर आने वाले गांव मनाना से तीन युवक सुबह अपने घर पर सो रहे थे लेकिन अचानक से फरीदाबाद पुलिस आई और उन्हें उनके बिस्तर से ही उठाकर ले गई।

दरअसल फरीदाबाद के ग्रीन फील्ड एरिया में हुई 70 लाख से अधिक की लूट की वारदात को इन युवकों ने अंजाम दिया था। जैसे ही फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 प्रभारी विमल राय की टीम को इस बात की सुचना मिली तो उन्होंने मात्र 24 घंटे के अंदर इस केस को सुलझा दिया। उनकी टीम ने मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों मनजीत उर्फ सूरड़ा, सुरेंद्र उर्फ चैंगो, राजेश उर्फ नीटू को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी गांव मनाना, समालखा जिला पानीपत के रहने वाले हैं।

एसीपी धारणा यादव ने बताया कि 16 अगस्त को चार नकाबपोश अपराधियों ने ग्रीन फील्ड एरिया में रहने वाले गोल्डी राजीव संतो (शिकायतकर्ता) के घर में रात के समय पूरे परिवार को बंधक बना कर हथियार के बल पर सोने के आभूषण, मोबाइल फोन, हार्ड डिस्क लूट कर पीड़ित को उसी की गाड़ी में बैठा कर घर से दूर लेकवुड सिटी तक ले जाकर वहां से फरार हो गए थे। जिस पर आरोपियों के खिलाफ थाना सूरजकुंड में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस कमिश्नर ओ पी सिंह के संज्ञान में आते ही उन्होंने डीसीपी क्राइम मकसूद अहमद और एसीपी क्राइम अनिल यादव को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के दिशा निर्देश जारी किए थे। मामला क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 को सौंपा था जिस पर क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 ने आरोपियों को विशेष सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर गांव मनाना समालखा जिला पानीपत से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल हुई है।


देखिए लूट की वारदात के दौरान की सीसीटीवी फुटेज।

पूछताछ पर मुख्य आरोपी मनजीत ने बताया कि वह जुआ खेलने व खिलाने का काम करता है उसके ऊपर 80 लाख रुपए का कर्जा हो चुका था जिसके चलते उसने गांव के ही रहने वाले अन्य 3 आरोपियों सुरेंद्र उर्फ चैंगो, राजेश उर्फ नीटू, अंकित उर्फ अंकी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों ने लूट के लिए एक गाड़ी को किराए पर लिया था और लूट में आरोपी मनजीत ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल का इस्तेमाल किया था।

मनजीत ओमेक्स सोसाइटी फरीदाबाद में बाउंसर की नौकरी कर चुका है और पीड़ित के परिवारों को तभी से ही जानता है। ग्रीन फील्ड में रहने से पहले पीड़ित परिवार ओमेक्स की सोसाइटी में ही रहते थे जहां पर आरोपी मनजीत बाउंसर की नौकरी करता था।

राजीव संतो शिकायतकर्ता ने जब ग्रीन फील्ड में मकान खरीदा तो आरोपी मनजीत को शक हो गया था कि पीड़ित परिवार के पास दो ढाई करोड रुपए कैश है। आरोपी मनजीत ने सोचा कि अगर उसकी डकैती की योजना सफल हो जाती है तो वह जुए में हारा 80 लाख रुपए का अपना कर्जा भी उतार देगा और उसके पास पैसे भी हो जाएंगे। धरना यादव ने बताया कि डकैती से पहले आरोपियों की मंशा शिकायतकर्ता गोल्डी राजीव के भांजे को किडनैप करने की थी। शिकायतकर्ता के भांजे मार्क उर्फ मैकी को किडनैप करने के लिए आरोपियों ने चार बार कोशिश की थी लेकिन उनकी कोशिश विफल हो गई थी क्योंकि शिकायतकर्ता का भांजा घर से बाहर नहीं निकल रहा था। मार्क उर्फ मैकी कभी-कभी अपने कुत्ते के साथ ही घर से बाहर निकलता था। शिकायतकर्ता का भांजा लंदन से पढ़ाई कर वापस आया है जिसकी उम्र करीब 21 साल है।

आरोपियों के पूर्व अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी देते हुए धरना यादव ने बताया कि आरोपी सुरेंद्र उर्फ चैंगो पर समालखा पानीपत थाने में चोरी का मुकदम