जीटी रोड पुलिस लाइन के पास स्थित हवेली रेस्टोरेंट और स्वर्ण महल होटल को जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) अधिकारियों ने सील कर दिए। रेस्टोरेंट और होटल में बेसमेंट में किचन बनाने, सेट बैक एरिया में निर्माण करने, मानक के विरुद्ध रैंप बनाने सहित 14 पॉइंट पर खामियां थीं।

अगस्त 2019 में ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट के लिए किए गए आवेदन को रद्द कर दिया था। उसके बाद 2019 और जनवरी 2020 को नोटिस भेजा, लेकिन मालिक ने जवाब नहीं दिया। इसके चलते सोमवार को रेस्टोरेंट और होटल पर 17 ताले लगाकर सील कर दिया। हिदायत दी कि अगर सील खोली तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
डीटीपी ललित ने बताया कि सीएलयू तो ले ली है थी, लेकिन ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट नहीं लिया गया है। रेस्टोरेंट और होटल करीब 4 एकड़ जमीन पर बने हैं। सीएलयू लेने के बाद 2 साल के दौरान ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट लेना जरूरी होता है जोकि इनके पास नहीं था। जिसके लिए रेस्टोरेंट और होटल के मालिक ईश गाेयल को योजनाकार विभाग की ओर से नोटिस भी दिए गए। अंतिम नोटिस जनवरी में दिया गया था। इस नोटिस का भी जवाब नहीं दिया गया। डीटीपी ने बताया कि चौटाला रोड पर कई अवैध निर्माण कराए जा रहे हैं। दो और ढाबों को नोटिस दिया गया है।
सर्टिफिकेट के लिए फिर से किया जाएगा अप्लाई : अकाउंटेंट ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट नहीं होने के कारण जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा होटल को सील किया गया है। सर्टिफिकेट के लिए पहले ही अप्लाई कर दिया गया था लेकिन विभाग ने रिजेक्ट कर दिया। जल्द ही फिर से ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया जाएगा। -नंद महाजन, होटल अकाउंटेंट।
ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट लेने के बाद ही खुलेगी सील इसके चलते इस कारण 40 पुलिसकर्मी, दो जेसीबी, ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार अनिल कौशिक के साथ पहुंचकर कार्रवाई की। जल्द से जल्द ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट लेने के लिए निर्देशित किया। टीम जब कार्रवाई करने पहुंची उस समय हवेली रेस्टोरेंट में स्टाफ के अलावा कोई ग्राहक नहीं था। स्वर्ण महल होटल में दो रूम बुक थे। उन्हें खाली करा दिया गया। उसके बाद ही कार्रवाई शुरू की गई। टीम करीब 2 घंटे रही। यदि मालिक द्वारा ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट ले लिया जाता है तो सील को खोल की जाएगी।