हरियाणा के सिरसा में नटार गांव में खेतों में एनडीआरएफ की टीम लगातार सर्च अभियान चला रही है लेकिन टीम को सफलता नहीं मिल रही।

खेत में सिंचाई के लिए सीवरेज की 30 फीट गहरे सीवरेज में किसान काली गिर गया था और उसी को टीम खोजने में लगी है लेकिन का शव चौथे दिन भी नहीं मिल सका है। एनडीआरएफ की टीम लगातार ऑप्रेशन चला जारी रखे हुए हैं। एनडीआरएफ के 8 जवान और सिरसा पहुंच गए हैं। हालांकि अब गैस की वजह से शव के गलने का खतरा पैदा हो गया है। जिससे परेशानी आ सकती है।
वहीं एनडीआरएफ की टीम अभी तक 8 मैन होल में जाल डालकर शव को देख चुकी है। इनमें से एक में भी किसान काली का शव नहीं मिला। करीब 12 मैनहोल अभी बाकी हैं, जिनमें एनडीआरएफ की टीम को जांच करनी है। शनिवार को घटनास्थल पर पहुंचे एनडीआरएफ के 8 जवान ऑक्सीजन सिलेंडर व दूसरा सामान लेकर पहुंचे हैं। इससे पहले 12 सदस्यों की टीम शुक्रवार को आई थी। अब कुल 20 सदस्यों की टीम शव की तलाश में जुटी हुई है।
ऐसे गिरा था किसान : गांव नटार के 45 वर्षीय पूर्णचन्द और 25 वर्षीय काली उर्फ संदीप बुधवार शाम धान के खेत मे पानी देने के लिए नटार सीवरेज डिस्पोजल पर गए थे। यहां काली का पांव फिसल गया और वो डिस्पोजल की डिग्गी में गिर गया, उसे बचाने के लिए पूर्णचंद भी कूद गया। लेकिन गैस की वजह से बेहोश होकर दोनों डूब गए। वे सीवरेज के पानी के बहाव में अंदर बह गए। पूर्णचंद को तो जेसीबी की मदद से बाहर निकाल लिया गया था। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। शुक्रवार को उसकी भी मौत हो गई थी।
बुधवार को जिला प्रशासन ने सीवरेज का पानी कम करने के लिए रात में मशीनें लगाईं थी और जेसीबी मशीनें लगाकर खुदाई करवाई थी। जब उन्हें कामयाबी नहीं मिली तो सेना को बुलाया गया। गुरुवार सुबह 9 बजे सेना की टीम मौके पर पहुंची थी। 30 फीट गहरी सीवरेज लाइन की 3 जेसीबी ने खुदाई की लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई थी। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम बुलाया गई थी।