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न्यूज ये है कि : ये एक्सप्रेस वे जान ले लेता है

न्यूज की न्यूज : हरियाणा सरकार लगातार नए हाइवे और एक्स्प्रेस वे बनाने पर तो जोर दे रही है लेकिन पुरानो की क्या स्थिति है इसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं है। कुछ ऐसा ही हाल कुंडली मानेसर पलवल वे यानी केएमपी एक्सप्रेस वे का भी है। जहां जाएं तो जरा संभल कर क्योंकि यहां जान चली जाती है। इस रिपोर्ट में पढिए हम ऐसा क्यों कह रहे हैं।

क्यों खतरनाक है केएमपी :

  • कुंडली- पलवल- मानेसर एक्सप्रेस-वे (केएमपी) सुविधा जनक और वाहनों को रफ्तार देने से ज्यादा हादसों का हाईवे बन गया है। 2330 करोड़ से बने 135 किमी लंबे इस एक्सप्रेस वे की खस्ताहाल देखकर नहीं लगता है कि यह ड्रीम प्रोजेक्ट है।

  • मानेसर तक 83.320 किमी 1873 करोड़ और मानेसर से पलवल तक 457 करोड़ की लागत से बनाया गया था। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 2018 में इसका लोकार्पण किया था। 20 माह में ही यह कदम कदम पर खस्ताहाल हो गया हैै।

  • उभड़ खाबड़ होने के साथ कई जगह रात में अंधेरा रहता है। ट्रकों और दूसरे भारी वाहन की आधी सड़क तक अवैध पार्किंग बनी रहती है। यहां अधिकांश हादसे सामने अचानक अवैध कट से वाहन आ जाने से, आगे वाले वाहन चालक द्वारा खराब सड़क पर अचानक ब्रेक मार देने या सड़क पर खड़े वाहन से टकरा जाने के कारण होते हैं।

गलियों से भी बदतर हैं हालात :  - कुंडली से पलवत तक कई स्थानों पर रोड लाइट नहीं है। - खरखौदा के पास भारी वाहनों के कारण सड़क धंस गई है। जिससे वाहनाें में बब्लिंग होती है। - खरखौदा से कुंडली व खरखौदा से बहादुरगढ़ तक रास्ते में कई स्थानों पर अवैध टी-स्टाल बने हैं।

- कुंडली से मानसेर तक करीब 10 से अधिक जगह ब्रिज बने हैं।

- इनमे से कई ब्रिज ऐसे हैं, जहां तेज रफ्तार गाड़ियां उछलती हैं और उनका संतुलन बिगड़ता है। - ओवरब्रिज पर किए पैचवर्क के बाद सड़क पर जाे गैप बचा उसे ऐसे ही छाेड़ रखा है.

- जिस पर वाहन अचानक से उछल पड़ता है और बैलेंस बिगड़ता है।


  • केएमपी पर जो जान गई हैं : 6 महीने में 35 के करीब हादसे हुए हैं। अधिकांश खस्ताहाल सड़क व खड़े वाहनों के कारण हुए हैं। 23 दिसंबर को पिपली टोल के पास सड़क हादसे में उत्तर प्रदेश के कैंटर चालक की मौत हो गई। 6 जनवरी को जीरो पॉइंट के पास गड्ढे के कारण अनियंत्रित कार ट्रक से टकरा गई। इसमें मेरठ के कार सवार मां-बेटा समेत चार लोग घायल हुए। 25 फरवरी को केएमपी पर एक साथ आधा दर्जन वाहन टकरा गए। इस में कई लोग घायल हो गए। अगस्त में सोनीपत के पुलिस कर्मी के बेटे भाई, बहन व छोटे बच्चे की हादसे में मौत हुई।