स वर्ष ओलंपिक स्थगित होने के बाद कुछ पहलवान रेस्ट कर रहे हैं तो कुछ का तैयारी पर ध्यान है.

फरवरी में, एशियाई चैंपियनशिप में ब्रोंज मैडल जीतने के बाद, बजरंग पूनिया और उनके कोच शाको बेंटिनिडिस अपनी टोक्यो ओलंपिक की तैयारी शुरू करने के लिए तैयार थे। लेकिन कोरोनावायरस के प्रकोप ने सभी योजनाओं पर पानी फेर दिया। पूनिया ने कई मौक़ों पर दावा किया है कि वह ‘अगस्त के पहले सप्ताह’ में खेलने के लिए तैयार थे। हालांकि, महामारी के कारण, उन्हें सोनीपत में अपने अपार्टमेंट में ट्रेनिंग करनी पड़ी।
इस समय बजरंग अपने साथी जितेंदर के साथ बैंगलोर में ट्रेनिंग कर रहे है कुछ दिनों पहले ही बजरंग ने सोनीपत से बैंगलोर जाना का फैसला किया। “हम (जितेन्द्र और बजरंग) हमारे अपार्टमेंट में ट्रेनिंग करते थे। लॉकडाउन अनलॉक होते ही हमने घरेलू उड़ानों के फिर से शुरू होने पर ट्रेनिंग के लिए आईआईएस सेंटर आने का फैसला किया”।
ओलिंपिक मेडलिस्ट साक्षी मालिक का परफेक्ट वीकेंड, अपने खेतों में जाकर खाया देसी स्टाइल में गन्ना:

में साक्षी मालिक पति सत्यव्रत के साथ सत्यवान अखाड़े में प्रैक्टिस कर रही है। जो कि उनके ससुर और सत्यव्रत के पापा का अखाड़ा है। दोनों सुबह शाम की ट्रेनिंग के साथ मस्ती भी करते नज़र आते है। ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मालिक ट्रेनिंग से टाइम निकाल कर सत्यव्रत के साथ काफी टाइम बाद अपने खेतों में पहुंची। खेतों में गन्ने की फसल देख कर उनसे रुका नहीं गया और उन्होंने वहाँ से गन्ना तोडा और देसी स्टाइल में गन्ने को मुँह से ही तोड़ कर खाया।
गन्ना खाने के बाद साक्षी को गन्ने का टेस्ट नार्मल लगा जिसके बाद सत्यवर्त ने भी उसी गन्ने को खाकर देखा। दोनों के लिए खेतों में जाकर समय बिताना बेहद खास रहा, दोनों को अपनी ओलिंपिक की तैयारियों के कारण ऐसा मौका बहुत कम मिलता है।
कोरोनावायरस महामारी के कारण साक्षी को टाइम मिला है और वो उसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। वो सुबह शाम पति सत्यवर्त के साथ प्रैक्टिस करती है।